tag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post1690999001646645133..comments2024-01-31T15:59:22.446+05:30Comments on संवेदना संसार: महानायक !!!रंजनाhttp://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comBlogger30125tag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-24438380126032987922011-01-26T21:00:14.349+05:302011-01-26T21:00:14.349+05:30मन्दिरों की संख्या प्रमाण माना जाये तो लगता है कृष...मन्दिरों की संख्या प्रमाण माना जाये तो लगता है कृष्णजी के साथ <b>अन्याय</b> नहीं हुआ है। उनमें तो वे भगवान राम को स्वीपिंग मेज्यॉरिटी से पछाड़ते नजर आते हैं! :)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-23602223698993047892011-01-26T10:57:27.268+05:302011-01-26T10:57:27.268+05:30गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें.....
---------...गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें.....<br />---------<br /><a href="http://za.samwaad.com/" rel="nofollow">हिन्दी के सर्वाधिक पढ़े जाने वाले ब्लॉग।</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-73110642083825853252011-01-24T15:26:23.971+05:302011-01-24T15:26:23.971+05:30क्या वह वही होता है जो वास्तव में वह हैं या थे??
...क्या वह वही होता है जो वास्तव में वह हैं या थे?? <br />..<br /><br />shayad nahi..<br /><br />bahut din se aapke lekh ka intjar thaa .<br /><br />abharनिर्झर'नीरhttps://www.blogger.com/profile/16846440327325263080noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-43482184663574101212011-01-23T20:42:52.446+05:302011-01-23T20:42:52.446+05:30समष्टि की चेतना आसानी से पहचानी नहीं जाती लेकिन हो...समष्टि की चेतना आसानी से पहचानी नहीं जाती लेकिन होती है वह शक्तिशाली और दीर्घजीवी.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-33584257865605986992011-01-23T08:03:36.210+05:302011-01-23T08:03:36.210+05:30महानायक से शुरू कर आपने चर्चा को गहन विस्तार दिया ...महानायक से शुरू कर आपने चर्चा को गहन विस्तार दिया है। देखें अंत कहाँ होता है ! <br />अमिताभ बच्चन महान अभिनेता हैं। वैसे आप निश्चिंत रहें अतिशयोक्ति को वक्त अजगर की तरह निगल जाता है।<br />श्री कृष्ण की अलग-अलग रूपों में चर्चा उनके देवत्व को बढ़ाता है। कवियों के उर्जा श्रोत, सत्य के प्रथम ज्ञाता, मुरलीधर को कौन महत्व नहीं देगा ! महान दार्शनिक सिर्फ उन्हीं की शरण में जाना चाहते हैं। दूसरे धर्म के लोग भी उनके गुन गायेंगे...अभी तो कई सदियाँ आनी शेष हैं।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-41229382977976117742011-01-23T04:14:37.192+05:302011-01-23T04:14:37.192+05:30रंजना जी आपकी बात दुरुस्त है। एक संशोधन करना चाहूं...रंजना जी आपकी बात दुरुस्त है। एक संशोधन करना चाहूंगा कि अमिताभ बच्चन को हमेशा फिल्म के संदर्भ में ही महानायक कहा गया है। जब भी उनकी चर्चा होती है तो फिल्म के कारण ही होती है। इससे इतर उनका जिक्र नहीं के बराबर होता है मीडिया में। उन्हें कोई देश का महानायक नहीं कहता। ये खुद अमिताभ भी कुछ साक्षात्कार में मानते हैं कि मीडिया ने ही उन्हें ऐसी पदवी दी है जो सही नहीं है। दिल से हालांकि प्रशंसा सुनना सबको अच्छा लगता है मगर विनम्रता से अमिताभ हर बार अपने महानायक होने से इनकार करते रहे हैं। मैं उनका प्रशंसक हूं, पर कई मामलों में उनका घोर आलोचक भी। इसलिए उनको जब भी महानायक कहा गया है तो सिर्फ फिल्मों के ही संदर्भ में ही। ये ठीक है कि उन्होंने कई लोगो की पैसों से मदद की हैं जिनमें कुछ आंध्र के किसान भी हैं, पर उनके समाजिक प्रभाव को देखते हुए ये बेहद ही मामूली कहलाएगी।Rohit Singhhttps://www.blogger.com/profile/09347426837251710317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-59201565999798154942011-01-22T23:23:36.845+05:302011-01-22T23:23:36.845+05:30Iqbal ne kabhee kahaa tha -
KHUDEE KO KAR BULAND ...Iqbal ne kabhee kahaa tha -<br /><br />KHUDEE KO KAR BULAND ITNA<br />KI HAR TAQDEER KE PAHLE<br />KHUDAA BANDE SE YE POOCHHE<br />BATAA TEREE RAZAA KYA HAI <br /><br />AMITABH BACHCHAN KO MAHAANAAYAK KAH<br />LIJIYE YAA MAHA ABHINETA , BAAT<br />EK HEE HAI . EK - DO KE KAHNE SE<br />VAH MAHAA NAAYAK NAHIN BANAA HAI .<br />US KE MAHAA NAAYAK BANNE KE PEECHHE<br />KEWAL DESH MEIN HEE NAHIN ,VIDESH<br />MEIN BHEE LAKHON - KARODON<br />LOGON KE SHUBH KAMNAAYEN HAIN . <br />LOGON KEE AESEE HEE SHUBH KAMNAAYEN MOHAN DAS KARM CHAND <br />GANDHI , BAL GANGADHAR TILAK , <br />LALA LAJPAT RAI , SUBHASH CHANDRA<br />BOSE , BHAGAT SINGH ITYADI KE SAATH THEE AUR VE KRAMSHA MAHATMA<br />YAA RASHTRAPITA , LOKMAANYA ,<br />SHER - E - PANJAB , NETA JI , <br />SHAHEED - E -AAZAM KAHLAAYE . LOGON KEE SHUBH KAMNAAYEN ZARRE KO<br />AASMAAN PAR BITHAA DETEE HAI .<br /><br />BHAGWAN KRISHNA KEE LOKPRIYTA <br />BHAGWAN RAM SE KATAEE KAM NAHIN<br />HAI . BHAGWAN KRISHNA KO TO SOLAH<br />KALAA SAMPOORN MAANAA GAYAA HAI .<br />UNKE MUKH SHREE SE NIKLEE " GEETA "<br />SANSAAR KO AMMOOLYA DEN .SHAYAD HEE<br />KISEE ANYA BHAGWAAN KAA JANMDIWAS<br />ITNEE DHOOM DHAAM SE MANAAYAA JATA<br />HAI JITNA BHAGWAAN KRISHNA KAA . <br /> <br />LEKH KEE AGLEE KADEE PADHNE KEE <br />PRATEEKSHA RAHEGEE .pran sharmahttps://www.blogger.com/profile/14595198332257086105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-79647930572559731342011-01-22T19:00:47.537+05:302011-01-22T19:00:47.537+05:30बहुत विचारपूर्ण पोस्ट है.
ऐसे प्रश्न तो यदाकदा उठत...बहुत विचारपूर्ण पोस्ट है.<br />ऐसे प्रश्न तो यदाकदा उठते ही रहते हैं. वैज्ञानिक चिंतन हमेशा ही तो सही नहीं होता.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-62034890373470272592011-01-22T11:02:14.604+05:302011-01-22T11:02:14.604+05:30sateeik chitran hamari mansikta ka aur aaj ke sama...sateeik chitran hamari mansikta ka aur aaj ke samaj ka .......http://amrendra-shukla.blogspot.comamrendra "amar"https://www.blogger.com/profile/00750610107988470826noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-66222371260565992882011-01-22T08:25:58.404+05:302011-01-22T08:25:58.404+05:30हम्म...हम्म...Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-37763830106277199772011-01-22T03:39:59.055+05:302011-01-22T03:39:59.055+05:30सटीक प्रश्न, सुन्दर विश्लेषण!सटीक प्रश्न, सुन्दर विश्लेषण!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-77722908485902661772011-01-21T23:29:58.055+05:302011-01-21T23:29:58.055+05:30आपकी बातें विचारणीय हैं। इतिहास सत्य की ओर एक अनुम...आपकी बातें विचारणीय हैं। इतिहास सत्य की ओर एक अनुमान ही दे सकता है और उसे उन्हीं अर्थों में लिया जाना चाहिए। किसी को मीडिया महिमामंडित करता है उसके आगे अपनी तरह के विशेषण लगाता है उसे हम चाहें भी तो रोक नहीं सकते। अब देखिए बच्चन महानायक हैं जब भी मैंने सुना तो मन में कभी खटका नहीं हुआ क्यूँकि मेरे मन में इस शब्द को लेकर महान अभिनेता का ही बोध हुआ।<br />जैसे आज किसी को उठाने गिराने का प्रचलन है वैसा पुरातनकाल में भी रहा होगा। अचानक ही ये ख्याल आ रहा है कि चंदबरदाई ने भी पृथ्वीराज चौहान के कृत्यों के बारे में कितनी बातें कहीं और उसे मानकर हम पृथ्वीराज चौहान की कहानियाँ सुनाते वक़्त गर्व करते हैं। हो सकता है कि चंदबरदाई ने अपने राजा के बारे में सारा सच ना लिखा हो। पुराने महानायक क्या सचमुच में उतने महान थे इस पर भी बस अनुमान ही लगाया जा सकता है।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-74553328693296828122011-01-21T21:10:24.189+05:302011-01-21T21:10:24.189+05:30रंजू, बिल्कुल सहमत हूँ सरी बातों से... ये महानायक ...रंजू, बिल्कुल सहमत हूँ सरी बातों से... ये महानायक वगैरह किसी के साथ जबर्दस्ती चिपका दिए जाते हैं... सचिन ब्रैडमैन से बेहतर, अमिताभ दिलीप से बेहतर और न जाने क्या क्या!! महानाय्क शब्द की कोई गरिमा ही बाक़ी नहीं!! अब देखो न मीडिया द्वारा बेस्ट कॉरपोरेट, इंडस्ट्रियलिस्ट का अवार्ड हर साल दिया जाता है... कभी बेस्ट फार्मर ऑफ द ईयर का अवार्ड देते नहीं सुना गया और अगर हो भी तो उसका लाइव टेलिकास्ट मेरी नज़रों से नहीं गुज़रा..<br />असली महानायक कौन है यह सिर्फ किसी के नाम के बाद या पहले सिर्फ यह शब्द जोड़ने से नहीं होता... यह मीडिया के दिये शब्द हैं, अमित जी ने कभी ऐसा नहीं कहा स्वयम् के लिये.. और मीडिया की बातें हैं, बातों का क्या!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-52065947953069211252011-01-21T21:04:21.273+05:302011-01-21T21:04:21.273+05:30आपकी बात सही भी और विचारपूर्ण भी ....... आमतौर पर ...आपकी बात सही भी और विचारपूर्ण भी ....... आमतौर पर ऐसा महिमामंडन मीडिया के ज़रिये किया जाता है और फिर जन जन उसे ही दोहराने लगता है...... गहरे विश्लेषण और प्रभावी दृष्टिकोण से लिखे आलेख के लिए बधाई..... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-51985721464956023292011-01-21T19:44:27.364+05:302011-01-21T19:44:27.364+05:30रंजन जी बहुत ही विचारणीय आलेख है. आपने बहुत ही विध...रंजन जी बहुत ही विचारणीय आलेख है. आपने बहुत ही विधिवत विश्लेषण किया है...... सच कभी कभी तो हम लगता है किसी को ज्यादा ही महान बना देते है जबकि ये उसका रोज का ही काम होता है जैसे की सबके. हा कोई कम कोई ज्यादा, ये तो रहता ही है. ........... सुंदर प्रस्तुति.उपेन्द्र नाथhttps://www.blogger.com/profile/07603216151835286501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-74443420868802396082011-01-21T19:07:44.248+05:302011-01-21T19:07:44.248+05:30चलती को गाड़ी कहें, नगद माल को खोया,
रंगी को नारंग...चलती को गाड़ी कहें, नगद माल को खोया,<br />रंगी को नारंगी कहें, देख कबीरा रोया।<br /><br />हमारे महापुरुषों को काल्पनिक बना कर पता नहीं किस निरपेक्षता को बल मिल रहा है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-88805936365024385682011-01-21T18:59:34.108+05:302011-01-21T18:59:34.108+05:30ek gahan vaicharik lekh jo ati mahtvpoorn vishay p...ek gahan vaicharik lekh jo ati mahtvpoorn vishay par likha gaya....<br /> bahut achchha vishleshan ..सुरेन्द्र सिंह " झंझट "https://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-54346200043883868062011-01-21T18:11:31.602+05:302011-01-21T18:11:31.602+05:30तुलसीदास जैसे सहृदय कवि ने जिस प्रकार राम कथा तथा ...तुलसीदास जैसे सहृदय कवि ने जिस प्रकार राम कथा तथा उनके चरित्र को विस्तार दे इसे जन जन के ह्रदय में प्रतिष्ठित कर जनमानस के लिए पूज्य और अनुकरणीय बनाया, ऐसा सौभाग्य कृष्ण चरित्र को प्राप्त न हुआ.......<br />..aisa to society me dekhne ko mil jata hai....apni lekhani ke dwara hi tulsi daas ne ram charitmanas ko itani prasiddhi dila di...mark raihttps://www.blogger.com/profile/11466538793942348029noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-78565482609922027462011-01-21T17:05:07.184+05:302011-01-21T17:05:07.184+05:30अत्यन्त सुंदर विवेचना की है, जो यह प्रदर्शित करती ...अत्यन्त सुंदर विवेचना की है, जो यह प्रदर्शित करती है कि वास्तविक चरित्रों को भी रचियता अपनी निगाहों से देखता है और कल्पना का मिश्रण कर उसे की पुनर्प्रस्तुत करता है। राम और कृष्ण भी यदि वास्तविक चरित्र रहे होंगे तो वे कम से कम वैसे तो नही ही रहे होंगे, जैसा हम साहित्य से उन्हें जानते हैं।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-15767091757575656822011-01-21T16:23:29.521+05:302011-01-21T16:23:29.521+05:30काफी हद तक सहमत हूँ आपसे ..अब तो हाल यह है कि १० ल...काफी हद तक सहमत हूँ आपसे ..अब तो हाल यह है कि १० लोग मिल कर जिसे मर्जी उठा दें और जिसे मर्जी गिरा दें.जिस तरह कुछ अंग्रेजों ने मिल कर हमारे इतिहास को ही मिथ एपिक करार दे दिया.<br />अच्छा विषय लिया आपने आगे का इंतज़ार है.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-16355370907220561232011-01-21T16:20:17.742+05:302011-01-21T16:20:17.742+05:30aapki baaton se sahmat hun.aapki baaton se sahmat hun.arvindhttps://www.blogger.com/profile/15562030349519088493noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-55205218697938114542011-01-21T15:58:07.863+05:302011-01-21T15:58:07.863+05:30prerak lekh...
media jo kar le kam hai.prerak lekh...<br />media jo kar le kam hai.सुरेन्द्र "मुल्हिद"https://www.blogger.com/profile/00509168515861229579noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-21665923703763858302011-01-21T15:08:09.433+05:302011-01-21T15:08:09.433+05:30bahut sundar....bahut sundar....Ankur Jainhttps://www.blogger.com/profile/17611511124042901695noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-89912036400523904312011-01-21T14:59:47.981+05:302011-01-21T14:59:47.981+05:30हिन्दू शब्द फारसी का है और उसके बहुत गलत अर्थ हैं....हिन्दू शब्द फारसी का है और उसके बहुत गलत अर्थ हैं.फारसी आक्रान्ताओं ने हमारे देश और निवासियों को निकृष्ट सिद्ध करने हेतु यह नाम दिया था.<br />कुरान की तर्ज़ पर तब के शसकों ने यहाँ के पद -धन-लोलुप तथाकथित ज्ञानियों से पुराण लिखवाये थे.<br />कृष्ण का चरित्र हनन इन्हीं पुरानवादियों की करतूत है.<br />योगीराज श्री कृष्ण तत्कालीन राजनीति के महानतम एवं सफलतम राजनेता थे.<br />कलकत्ता में अभी भी अमिताभ बच्चन का मंदिर है.यह सब कुत्सित मानसिकता का परिचायक है.<br />बेहद सही मुद्दों पर आपका यह लेख है.धन्यवाद.vijai Rajbali Mathurhttps://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-73997538626269467172011-01-21T14:39:02.126+05:302011-01-21T14:39:02.126+05:30लेख को पढ़ते वक्त कई विचार स्फुलिंग कौंधे हैं मगर ...लेख को पढ़ते वक्त कई विचार स्फुलिंग कौंधे हैं मगर पूरा लेख तो पढ़ लूं -इंतज़ार है !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.com