tag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post8376033629622451897..comments2024-01-31T15:59:22.446+05:30Comments on संवेदना संसार: ग्रेजुएट भिखारी !रंजनाhttp://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comBlogger42125tag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-15049455708960981742009-01-20T03:07:00.000+05:302009-01-20T03:07:00.000+05:30in suar ki aulado ko nanga kar bich chaurahe pe kh...in suar ki aulado ko nanga kar bich chaurahe pe khara kar goli maar deni chahiye..sale isi tarah desh ka khun chus chus kar khatmal ki tarah jite hai..Fighter Jethttps://www.blogger.com/profile/02739433970119220916noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-81931636902833306162009-01-19T11:52:00.000+05:302009-01-19T11:52:00.000+05:30हम आपके आभारी है , और आपके सुझाव , छत्तीसगढ के ...हम आपके आभारी है , और आपके सुझाव , छत्तीसगढ के विकास में सहायक बने इसी आशा के साथ , हमें अपने सुझाव भेजते रहे.<BR/> धन्यवाद<BR/><BR/><BR/>cg4bhadas.com<BR/>http://www.cg4bhadas.blogspot.comcg4bhadas.comhttps://www.blogger.com/profile/05378309810586206200noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-9213217374038906642009-01-17T23:15:00.000+05:302009-01-17T23:15:00.000+05:30सुंदर अभिव्यक्तिplease visit my blogparaavaani.bl...सुंदर अभिव्यक्ति<BR/><BR/>please visit my blog<BR/><BR/>paraavaani.blogspot.comAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-37540258271393977992009-01-17T21:37:00.000+05:302009-01-17T21:37:00.000+05:30भयंकर यथार्थ से रु-बा-रु कराया आपनेभयंकर यथार्थ से रु-बा-रु कराया आपनेप्रदीप मानोरियाhttps://www.blogger.com/profile/07696747698463381865noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-75616200798712220832009-01-17T00:00:00.000+05:302009-01-17T00:00:00.000+05:30अभी शुरुआत है, ना जाने कितने तीर छुपा रखे है |हमने...अभी शुरुआत है, ना जाने कितने तीर छुपा रखे है |<BR/>हमने इस चेहरे पर,ना जाने कितने चेहरे लगा रखे है |<BR/><BR/>वो जो दौरे भगदड़ थी, उसकी बिसात कुछ भी नही,<BR/>तुम्हारे वास्ते हर घर मे नया जाल बिछा रखा है |<BR/><BR/>बच के निकल गये तो, अच्छी है किस्मत "आनंद",<BR/>वो भी मुझसा ही था, हम यहाँ जिसको हटा बैठे है<BR/><BR/>अभी तक नस्ल ठीक ठाक ही पर ये सरकार भी मुझे कुछ वैसी ही दिखती हैTapashwani Kumar Anandhttps://www.blogger.com/profile/07541666638279554388noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-3120945328176389522009-01-16T09:54:00.000+05:302009-01-16T09:54:00.000+05:30अब समझ आया बिहार की उच्च शिक्षा डर का राज़!अब समझ आया बिहार की उच्च शिक्षा डर का राज़!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-40234815879505675462009-01-15T15:24:00.000+05:302009-01-15T15:24:00.000+05:30raat ki to bat na kar ,rat to gujar gayee.[aai sub...raat ki to bat na kar ,rat to gujar gayee.[aai subah tu bata roshni kidhar gayee]aajkal kuchh badalav hai to bhi likhiye.Vijay Kumarhttps://www.blogger.com/profile/13167770710692916864noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-31512933765880499142009-01-15T11:35:00.000+05:302009-01-15T11:35:00.000+05:30आपको लोहडी और मकर संक्रान्ति की शुभकामनाएँ....आपको लोहडी और मकर संक्रान्ति की शुभकामनाएँ....Devhttps://www.blogger.com/profile/07812679922792587696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-62270656323556708002009-01-14T19:27:00.000+05:302009-01-14T19:27:00.000+05:30समरथ को नही दोष गोसाईं तथा सरबाइबल ऑफ़ द फिटेस्ट /...समरथ को नही दोष गोसाईं तथा सरबाइबल ऑफ़ द फिटेस्ट /बडी मछली छोटी को खाती है यही संसार का नियम है ;ऐसा ही चलता चला आरहा है ऐसा ही चलता रहेगा / हवा चलती है छोटे दीपक को बुझा देती है और जलती आग को भड़का देती है /जिस ढंग से शिक्षा मिलेगी नौकरी मिलेगी उसी ढंग का भविष्य में आचरण होगा /भ्रस्टाचार,और अन्य बातें जो आपने लिखी है अब वे आलोचना की नहीं बल्कि देखते रहने की बातें हैं क्योंकि न आप कुछ कर पायेंगे /आप साहित्यकार है आपका दुखित होना स्वाभाविक है /आदिकवि को क्रोंच बध पर शोक न हुआ होता तो श्लोक भी न बनता /इन कर्णधारों में से कोई होता तो कहता बहुत बुरी बात है क्रोंच को नही मारना चाहिए /कुछ मुआबजा दे दिया जाता नए नए घोंसलों के निर्माण के रूप में /बहेलिया को गिरफ्तार कर लिया जाता , समर्थन और विरोध होता एक पक्ष हत्या को उचित ठहराता दूसरा अनुचित/ जाँच आयोग केस आदि आदि इत्यादि इत्यादि /कवि ह्रदय था विरोध भी नहीं किया बस शोक में डूबा रहा और श्लोक बनता रहा /चूंकि आपका तो संसार ही सम्बेदना का है /ऐसे बातें लिखती रहें .,साहित्य सृजन करती रहे /हम तुम न रहेंगे ,ऐसे लेख इतिहास बन कर हमारे वक्त की दास्ताँ बयां करते रहेंगे / "" कुछ लिखने लायक कर जाओ या कुछ पढने लायक लिख जाओBrijmohanShrivastavahttps://www.blogger.com/profile/04869873931974295648noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-45833328111358322262009-01-14T18:43:00.000+05:302009-01-14T18:43:00.000+05:30सचमुच बहुत चिंताजनकसचमुच बहुत चिंताजनकArvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-60529115517599186262009-01-14T18:38:00.000+05:302009-01-14T18:38:00.000+05:30रंजना जी यह समझ में नही आता है कि यह दोष किसके उपर...रंजना जी यह समझ में नही आता है कि यह दोष किसके उपर रखे । विहार का ददॆ समझने वाला कोई नही है । सुनता हू तो चोट जरूर लगती है लेकिन विहार की इस व्यवस्था का ठीकरा किसके सर फोड़ा जाय यह तो मै नही समझता हूं । वहां तो अमर अकबर और एंथोनी की राजनीति चल रही है । भगवान के सहारे सबकुछ चलता है । सुन्दर लेख । शुक्रियाkumar Dheerajhttps://www.blogger.com/profile/03306032809666851912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-2075672649048174072009-01-14T15:53:00.000+05:302009-01-14T15:53:00.000+05:30आपकी रचनाधर्मिता का कायल हूँ. कभी हमारे सामूहिक प्...आपकी रचनाधर्मिता का कायल हूँ. कभी हमारे सामूहिक प्रयास 'युवा' को भी देखें और अपनी प्रतिक्रिया देकर हमें प्रोत्साहित करें !!Amit Kumar Yadavhttps://www.blogger.com/profile/13738311398018201654noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-12670300805542958512009-01-14T15:13:00.000+05:302009-01-14T15:13:00.000+05:30अगर मंदी का यही दौर लंबा खिंचा तो एक दिन डा0 भिखार...अगर मंदी का यही दौर लंबा खिंचा तो एक दिन डा0 भिखारी भी देखने को मिलेंगे।adminhttps://www.blogger.com/profile/09054511264112719402noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-77829445516582917622009-01-14T12:08:00.000+05:302009-01-14T12:08:00.000+05:30hmmmmmmmmmm lol wahhhh ri janta dhany ho.isse j...hmmmmmmmmmm lol <BR/>wahhhh ri janta dhany ho.<BR/>isse jyada naa kisi ko jagaya ja sakta hai naa naa sharmsaar.निर्झर'नीरhttps://www.blogger.com/profile/16846440327325263080noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-51807762361093900092009-01-14T07:30:00.000+05:302009-01-14T07:30:00.000+05:30... sahee kahaa , shaayad yahee hone waala hai.... sahee kahaa , shaayad yahee hone waala hai.कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-56156051337383708522009-01-14T03:08:00.000+05:302009-01-14T03:08:00.000+05:30बहुत ही गहरा मुद्दा है...आने वाला वक्त उम्मीद है ...बहुत ही गहरा मुद्दा है...<BR/>आने वाला वक्त उम्मीद है बेहतर होगा.......<BR/>नई कोशिशें नए प्रयास हमारे द्वारा हम सब के सहयोग से एक नई बहार नई रौशनी की किरण लेकर आएगी........ <BR/>निराशा से जीत नही होती हार की और अनुभूति होती है..<BR/> <A HREF="http://akshaya-mann-vijay.blogspot.com/" REL="nofollow"><BR/>अक्षय-मन </A>!!अक्षय-मन!!https://www.blogger.com/profile/05340059809215740706noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-46335924381855574802009-01-13T23:03:00.000+05:302009-01-13T23:03:00.000+05:30आपका लेख सराहनीय है...जब व्यवस्था ऊपर से नीचे तक भ...आपका लेख सराहनीय है...जब व्यवस्था ऊपर से नीचे तक भष्ट हो जाती है तब ऎसा ही होता है...और ऎसा होने पर समाज में किसी भी चीज की कीमत नहीं रहती...जो थोड़ा भी ईमानदारी और मेहनत से ऊपर उठना चाहता है उसके पास बिहार छोड़ने के अलावा कोई चारा नहीं बचता हैReetesh Guptahttps://www.blogger.com/profile/12515570085939529378noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-36506886254233920882009-01-13T19:42:00.000+05:302009-01-13T19:42:00.000+05:30रंजना जी आपने कहा तो बिल्कुल ठीक है, पर चिंता का ...रंजना जी <BR/>आपने कहा तो बिल्कुल ठीक है, पर चिंता का विषय यह है की कोई भी जाग नही रहा है इस परवर्ती की ख़िलाफ़. दिन बा दिन एक एक कर कर सरे राज्य उस दिशा में अग्रसर हैं. ऐसे लोग हमारी प्रशासनिक सेवा मैं आते हैं और सबका भाग्य निर्धारित करते हैं. यह त्रासदी है या नहीदिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-21083978252945093712009-01-13T19:38:00.000+05:302009-01-13T19:38:00.000+05:30शिक्षा का यह चौंकाने वाला रूप दिखाने के लिए धन्यवा...शिक्षा का यह चौंकाने वाला रूप दिखाने के लिए धन्यवाद. यही कह सकता हूँ- ईश्वर इन्हें सद्बुद्धि दे.hem pandeyhttps://www.blogger.com/profile/08880733877178535586noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-61328808166268761912009-01-13T19:00:00.000+05:302009-01-13T19:00:00.000+05:30रंजना जी,सचमुच ये बेहद दुखद है। मैं ख़ुद झारखंड से...रंजना जी,<BR/>सचमुच ये बेहद दुखद है। मैं ख़ुद झारखंड से हूं, जो कभी बिहार का हिस्सा था और अब शायद बिहार से भी बदत्तर है। जो कुछ आपने लिखा है, वो सबकुछ सालों से अपनी आंखों के सामने देखता रहा हूं। दिल दर्द और तकलीफ़ से भर जाता है। राज्य कहां जा रहा है और राजनेता अपनी गोटी लाल कर रहे हैं।सुप्रतिम बनर्जीhttps://www.blogger.com/profile/16272872839681422930noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-91148339881338821062009-01-13T18:52:00.000+05:302009-01-13T18:52:00.000+05:30सचमुच आज बेरोज़गारी बहुत बढ़ गई है और ग्रैजुएट भिखार...सचमुच आज बेरोज़गारी बहुत बढ़ गई है और ग्रैजुएट भिखारी बहुत हैं जो नौकरी की भीख़ माँगते फिर रहे है लेकिन भीख भला कहाँ से मिलेगी। रोज़गारों के साधन मुहैया कराने की सख्त ज़रूरत है।Prakash Badalhttps://www.blogger.com/profile/04530642353450506019noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-25129760463029804052009-01-13T15:33:00.000+05:302009-01-13T15:33:00.000+05:30We have become so self oriented that we always thi...We have become so self oriented that we always think waht is there in it for ME?Kavi Kulwanthttps://www.blogger.com/profile/03020723394840747195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-15292895036970925502009-01-13T14:54:00.000+05:302009-01-13T14:54:00.000+05:30स्तिथि बदल भी रही है, बिहार के किसी भी शहर गाँव मे...स्तिथि बदल भी रही है, बिहार के किसी भी शहर गाँव में जाकर देखें आप इसे महसूस करेंगे| बिहारी जो की हमेशा से IIT, UPSC की सीट्स भरते आए हैं आज अपने ही राज्य में IIT, सिम्प, नालंदा जैसे संस्थान देख रहे हैं| सड़कें, बिजली, क़ानून व्यवस्था सबमें सुधार हुआ है| fast track courts पटना में कार्यरत है और record no. of cases निपटाए गए हैं| लूटमार, अपहरण में ५० % की कमी आई है| नीतिश कुमार ख़ुद जिलों के गाँवों में जा जाकर विकास का लेखा जोखा कर रहे हैं| प्रशाशनिक अधिकारी ख़ुद को जिमीदार समझ रहे हैं| <BR/><BR/>व्यवस्था बदल रही है, जिस जनता को जाती के नाम पर बेवकूफ बनाया जा रहा था वह आज जाग रही है| कुछ तो ख़ास था बिहार में जो सिरमौर था कभी, आज उस "ख़ास" को restore करने की चेष्टा हो रही है| सब्र रखें| हर तरफ़ प्रकाश फैलाएं, अँधेरा नही|sshttps://www.blogger.com/profile/10746526495871896780noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-41564441212547260122009-01-13T13:28:00.000+05:302009-01-13T13:28:00.000+05:30भयानक पोस्ट !भयानक पोस्ट !विवेक सिंहhttps://www.blogger.com/profile/06891135463037587961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3630123509017373846.post-27663751506919677622009-01-13T09:11:00.000+05:302009-01-13T09:11:00.000+05:30रंजना जी, इतनी अराजक स्थिति में अच्छे छात्र और...रंजना जी, इतनी अराजक स्थिति में अच्छे छात्र और अच्छे शिक्षक- दोनों का गुजर-बसर असंभव हो जाता है, इसलिए ऐसे लोग वहॉं से जल्दी ही पलायन कर जाते हैं।<BR/> अनूप जी की बात बहुत गहन है।)जितेन्द़ भगतhttps://www.blogger.com/profile/05422231552073966726noreply@blogger.com