बहुत बहुत शिकायत है मुझे स्वयं से ,कि अतिसंक्षिप्त कलेवर में मैं कोई बात कह नहीं पाती..और उसपर भी यह विषय ??? इसपर तो बोलना न शुरू करूँ तो ही अच्छा है..क्योंकि मन मस्तिष्क में कैद यह एक ऐसा ज्वालामुखी है, जो यह फट जाए तो दूसरों को ही नहीं स्वयं को भी क्षत विक्षत कर डाले....यूँ यह विषय केवल मेरा ही नहीं, मुट्ठी भर उन लोगों को छोड़ जो इस रोग के पोषक प्रसारक हैं, बहुसंख्यक भारतवासी के लिए यह एक रोग,यह दंश एक ऐसा दंश है,जिससे शायद ही कोई ह्रदय ऐसा हो जो पीड़ित नहीं...
आज अधिक कुछ कहूंगी नहीं..कुछ लिंक दे रही हूँ..देखें...
सड़कें, सरकारी विद्यालय,चिकित्सालय,विभिन्न कार्यालय, मंत्रालय या जो तंत्र हमारे यहाँ संचालित है सरकार द्वारा ,उसे कौन चला रहा है ??? हम और आप...हम जो पैसे इन्हें देते हैं विभिन्न टैक्सों के माध्यम से उसपर सारी शान सवारी है...तो जो पैसा हम इन्हें देते हैं,उसका ये क्या करते हैं,यह जानने का पूरा हक है हमें..हमारे पैसों पर ये राजा और हम याचक...अब ये तो हमें हिसाब देंगे नहीं...तोचलिए उन स्रोतों तक पहुंचे जहाँ से थोड़ी बहुत जानकारी हमें मिल जाए...
जितने कुमार्गगामी साधु संत हमने जीवन में देखे सुने हैं, सहज ही विश्वास करना कठिन होता है कि अमुक संत सचमुच सत्पुरुष होगा..पर ठीक है, सद्वाणी बोलने वाला, सत का प्रचार करने वाला, स्वयं कितना सदाचारी है, इस विचार को कुछ समय के लिए हम पूर्णतः किनारे रख दें और ध्यान उस जानकारी पर दें जो ये उपलब्ध करा रहे हैं...यूँ भी मुझे लगता है की अच्छी,कल्याणकारी बातें कौन कह रहा है यह ध्यान में रखने के स्थान पर यदि हम केवल कल्याणकारी बातों पर ध्यान केन्द्रित करें और उन बातों को जीवन में उतारें तो निश्चित ही हम अपना अधिक भला कर पायेंगे..
वैसे तो यू ट्यूब पर ये सभी लिंक उपलब्ध हैं..परन्तु मैंने देखा कि एक फालतू से जोक, अश्लील गीत या दृश्यों पर जहाँ लाखों करोड़ों विजिट होते हैं, वहां इन लिंकों पर विजिट कुछ सौ या हजार ही हैं...आज के बाजारू ख़बरों के पोषक टी वी चैनलों को तो फुर्सत नहीं कि ये तथ्य आमजन तक पहुंचाएं...तो चलिए हम ही इस सद्प्रयास में जुटें और अधिकाधिक लोगों तक इसे पहुंचाएं...
मेरा अनुरोध है कि अपने व्यस्त समय से थोडा समय निकाल इन वीडियो को पूरा सुने...यहाँ मैं सभी लिंक नहीं दे रही हूँ..यदि आप सुनना चाहें तो यू ट्यूब पर जाकर सारे लिंक खोल कर देख /सुन सकते हैं..
27-02-2011-WAR-AGAINST-CORRUPTION-RALLY-RAMLILA-GROUND-DELHI हेडिंग पर जायेंगे तो सभी लिंक वहां उपलब्ध हैं...
फिलहाल के लिए दो लिंक..
विश्व बंधु गुप्ता जी का भाषण :-
बाबा रामदेव जी का खुलासा( सत्य जो सिहरा देगा) :-
और यदि कविता सुनना चाहें तो , हरिओम पवार जी की कविता :-
कृपया अवश्य देखें कि क्या सब हो रहा है देश में.
48 comments:
अभी तो जापान देख कर दहल रहे हैं.
आपकी चिंता से हम सहमत हैं... बढ़िया लिंक दिए हैं आप.. जरुर देखूंगा...
wajib chintain.
देश की दुर्दशा, सभी सच्चे भारतीय के ह्रदय में सुशुप्त जवालामुखी के लावा की तरह है . कुमार्ग गामी नेता और स्वयंभू धन लोलुप बाबाओ की पोलपट्टी तो रोज ही खुलती है लेकिन फिर भी हम सहनशीलता की प्रतिमूर्ति बन बैठे है . आक्रोश बेकार नहीं जायेगा .
`बहुत बहुत शिकायत है मुझे स्वयं से ,कि अतिसंक्षिप्त कलेवर में मैं कोई बात कह नहीं पाती..'
यह तो हर नारी की सुलभ प्रवृत्ति है :)
रंजना जी आभार इन लिनक्स के लिए..... देश की दुर्दशा करने वाले लोगों को ना जाने कब शर्म आएगी..... पर मुझे लगता है की आम जन की भागीदारी ना के बराबर है देश के प्रति सोचने और कुछ करने के बाबत ...... विचारणीय पोस्ट ....
आपकी भावनाओं की क़द्र करता हूं मैं, पर आपकी पोस्ट पर देशबंधु गुप्ता का लिंक देख कर हैरानी हुई. 1978 बैच के ये साहब आयकर से terminated हैं, जिसे ये अपने आप को करप्शन से लड़ाई में शहीद होना बताते हैं. लेकिन, इनकी छवि व असली कारण आयकर विभाग के लोग अच्छे से बताएंगे...
इसका मतलब है कि, लोगों को अपने मंच पर बुलाने से पहले रामदेव को उनके बारे में पूरी जानकारी नहीं होती.
वाह बहुत सुंदर लिंक दिये आप ने, वेसे तो मै भी बाबा ओर संतो को नही मनाता, लेकिन बाबा राम देव की बात मे दम हे, भारत मे जितनी वार भी राकक्षो को, भर्ष्ट ओर कपटी लोगो को मारा हे उन सब ने किसी भी रुप मे जन्म लिया हो लेकिन वो हमेशा भगवान से जुडे रहे हे, जेसे राम, कृष्ण, ओर भी बहुत से लोग, लगता हे अब इस कल्युग मे भारत की किस्मत बाबा राम देव के हाथो बदले गी, क्योकि आम जनता को जगाने वाला भी चाहिये कोई ऎसा लीडर जिसे जान की परवाह ना हो.... ओर यह काम यह संयासी करेगा, मेरी शुभकामनाऎ हे इस बाबा राम देब को नमन करता हुं जो सच बोल रहा हे, बाकी विदियो भी जरु्र देखूंगा,
आप का बहुत बहुत धन्यवाद
नकारों के बीच में थोडा भी हो सके तो वह आदर के योग्य है। नक्कारखाने में एक तूती की आवाज़ है, पर है तो। अकेला चना ही सही, भाड तो फूटेगा ही एक दिन।
बाबा रामदेव हिंदुस्तान के लिए वरदान हैं ।
सुन रहा हूँ अभी भी, आश्चर्य कि किसी पेपर ने इतने तथ्य बताये ही नहीं।
आपने सही कहा. आजकल दुसरे की बुराइयां और कमियाँ गिनाने का चलन है जबकि हमारे शास्त्रों में ही यह कहा गया है कि ज्ञान और नीति जहाँ से भी मिले उसे अपने जीवन में समाहित करना चाहिए. मैं ये दोनों लिंक देख चूका हूँ. आप यह जानती हैं कि मैं आशावादी हूँ पर मुझे भी होश संभालने के बाद परिवर्तनों की राह देखते-देखते बीस साल होने जा रहे हैं और कुछ चीज़ों को छोड़ दें तो ज्यादातर हालात बद से बदतर ही हुए हैं. इसलिए मैं यह चाहता हूँ कि हमें इस बात के प्रयास और आशा तो करनी हैं कि व्यापक जगत में शुभ और सत्य की जय हो पर इसके लिए पहले प्रयास अपने भीतर और अपने परिवार में ही करने होंगे. 'हम सुधरेंगे, जग सुधरेगा' का नारा बहुत पुराना और घिसा-पिटा क्यों न हो, यह हर कालखंड की आवश्यकता है.
ापना तो सभी बाबाओं से विश्वास उठ गया है। संत का काम है लोगों को राह दिखाना। लेकिन पैसे ले कर योग सिखाना और स्वदेश का नारा दे कर उसी पैसे से विदेश मे संपति खरीदना ये कहाँ का सव्देशवाद है? बेचारे लोग मुश्किल से अपनी गढी कमाई से दान देते हैं और उस दान को स्यासी पार्टियों को बाँट देते हैं बजाये कि जनता की सेवा मे लगायें। बाबा राम देव को कुछ लोगों ने गुमराह करके संत की मर्यादा से बाहर कर दिया है। अब एक संत की तरह उनको पूजने का मन नही होता। धन्यवाद। देखती हूँ लिन्क भी।
बेजोड़ जीवंत ..लेखनी . ! बहुत - बहुत धन्यवाद..
बहुत अच्छा लगा,,धन्यवाद बहुत सुन्दर , प्रेरणादायी !
रंजू सचमुच हालात बद से बदतर हुआ है.. कौन जिम्मेवार है इसका पता इसी बात से लगता है कि बाबा रामदेव के रैली में जो हुआ उसके बारे में पूरा मीडिया चुप लगाये रहा भर दिन, सिर्फ एगो चैनेल पर खबर चलता रहा..
अऊर समझदार लोग का ई आलम है कि जब कोई कबिता हमरे सम्वेदना के सवर पर होता है तो जेतना कमेंट होता है ओतना भ्रष्टाचार के खिलाफ लिखने पर नहीं..
धन्यवाद रंजू, हम दूनों दोस्त के तरफ से धन्यवाद!!
आपने बहुत ही अच्छे लिंक दिए हैं ... ये सच है की आज ऐसे लोग, ऐसा सोचने वाले लोग लगातार कम हैं पर ये भी सच है की एक सच्चा व्यक्ति हज़ारों लोगों से ज़्यादा शक्तिवान होता हैं ... आज कहीं न कहीं चिंगारी आग में बदलने भर की देर है ...
रंजू जी,
लिंक साझा करने के लिए आभार, आपने सच्चाई से अवगत कराया!
ऱंजू जी धन्यवाद इसमें से बाबा रामदेव जी का लाल किले का भाषण देख सुन कर आ रही हूँ । रामदेव जी तो ऐसे भा अपने शिबिरों मे भारत स्वभिमान जागरण के संदर्भ में बताते हैं मै योग के लिये इनके कारयक्रमम जरूर देखती हूँ .। इन्होने जो भ्रष्टाचार विरोधी बीडा उठाया है उसमें इन्हें यश मिले । हमें तो उतना ही पता चलता है जितना सरकार और मीडिया हमें बताना चाहती है । लिंक्स के लिये धन्यवाद ।
आपकी चिंता हम सब की चिंता है।
पता नहीं क्या होगा इस देश का...।
संक्षिप्त पोस्ट इस बार आपने लगाई तो मगर रास्ते दूसरी भी कई तरफ के दिखा दिये आपने ,अब उन्हें डाउन लोड करने में बहुत समय जा रहा है.नेट की वर्किंग तो आप जानती ही हैं की कछुए की रफ़्तार से काम करता है.कोशिश करें की पोस्ट संक्षिप्त और सारगर्भित रहे तो सहूलियत होगी.वैसे उन्हें देख कर ही दम लूँगा.
Ranjana Ji Dhanyavaad aapko aur apke vicharon ko naman.Kshama prarthi hun ki aapke dwara apni kavitaon ko padhe jaane ke baad bhi samvad sthapit nahin kar paaya.aap jamshedpur mein hain aur main 3 varsh wahan bita kar abhi chandigarh aaya.khair, yun hi bhatakte huye aapka blog dekha aur accha laga ki jin muddon par sochna chahiyem, unpar socha ja raha.Ek vaicharik kranti ki zaroorat hai...shayad samay aa gaya hai....ham sab us vaicharik kranti ke bhale hi sutradhaar na ban sakein par aag ki chingari ban hawaon mein lahak to sakte hain...
is vaqt to head phone ki vyastha nahi hai baad mein fursat se dekhenge aakhir aapne link diya hai to yakinan aham hi hoga ..
रंजना जी लिंक तो आपने दिए ...आभार ..
पर समस्या डाउन लोड की है ....देखती हूँ ....
वैसे आद सलिल जी के कमेन्ट से कुछ तो पता चल गया ....
बाबा रामदेव जी युग संत हैं | जो मानव के स्वास्थ्य के साथ-साथ राष्ट्र को भी स्वस्थ करने का आन्दोलन/अभियान चला रहा हो , देश को खोखला कर देने वाले भ्रष्टाचार को समूल नष्ट करना चाह रहा हो , हमें ऐसे व्यक्तित्व को अपना सहयोग और समर्थन अवश्य देना चाहिए |
सुंदर पोस्ट रंजना जी होली की बधाई और शुभकामनाएं
आद. रंजना जी,
आज हम उस हाशिये पर पहुँच चुके हैं जहाँ स्वार्थ की आग में संवेदनाओं को ज़िंदा जलाया जा रहा है ! देश को दीमक की तरह खोखला करने वाले ये लोग कोई भी हो सकते हैं मगर माँ की कोंख की लाज रखने वाले माँ भारती के सपूत कदापि नहीं !
सच्चाई की चीखें कानों को बहरा कर चुकी हैं !
अब इन्क़लाब की प्रतीक्षा है !
samvedna par swarth bhari par raha hai.........baba ko trp dekar chainal
walon ne 'sarkar' se apni bhadd pitwani ha ke........bazar moorkh-se moorkh ko samajh de rakha hai........apne jaroorat ke hisab se
bhagat/azad/asphak isiliye sar katane chale ...... piche lakhon sar hazir the........aaj bawa 'sar'
katane chalenge to kitne chele piche chalenge......
o 'rajhans' kahan se laoge jo Pani
ban gaye khoon me se 'pani' bahar
kar de sirf khoon bache...........
choro didi......tyohar samne hai..
kuch bhai logon ke liye vinod-katha
banchi jaye.........
pranam.
आपने सबसे बड़े दुःख (भारत में कैसा लोकतंत्र ) की और इशारा किया है. मैं स्वयं पिछले कई वर्षो से देखने सुनने के बाद फैसला लिया है कि मैं भी जनजागरण का एक अच्छा माध्यम स्थापित करूँ.
सभी प्रबुद्ध जानो को चाहिए कि वे अपने अपने स्तर से जहाँ भी रह रहे हैं, कुछ कार्य इस दिशा में करते रहें.
हफ़्तों तक खाते रहो, गुझिया ले ले स्वाद.
मगर कभी मत भूलना,नाम भक्त प्रहलाद.
होली की हार्दिक शुभकामनायें.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति|
होली की हार्दिक शुभकामनाएँ|
सही लिखा आपने.... यदि हम केवल कल्याणकारी बातों पर ध्यान केन्द्रित करें और उन बातों को जीवन में उतारें तो निश्चित ही हम अपना अधिक भला कर पायेंगे..
..यही हमारे में कमी हैं। हम सिर्फ शंका करके रह जाते हैं। जीवन में उतारने का अवसर खो देते हैं। बाबा रामदेव ने आध्यात्मिक क्रांति की है इससे भी लोग इनकार करते हैं!
..आपको होली की ढेर सारी शुभकामनायें।
..आभार।
भजन करो भोजन करो गाओ ताल तरंग।
मन मेरो लागे रहे सब ब्लोगर के संग॥
होलिका (अपने अंतर के कलुष) के दहन और वसन्तोसव पर्व की शुभकामनाएँ!
होली का त्यौहार आपके सुखद जीवन और सुखी परिवार में और भी रंग विरंगी खुशयां बिखेरे यही कामना
आपको और समस्त परिवार को होली की हार्दिक बधाई और मंगल कामनाएँ ....
नेह और अपनेपन के
इंद्रधनुषी रंगों से सजी होली
उमंग और उल्लास का गुलाल
हमारे जीवनों मे उंडेल दे.
आप को सपरिवार होली की ढेरों शुभकामनाएं.
सादर
डोरोथी.
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सही कहना है आपका यह पीडा आप अकेली की नहीं है मगर कुछ उपचार ही किसी को नजर नहीं आरहा । आपके व्दारा दी गई लिंक पर श्री हरिओम पवांर जी को सुना । विधि के व्याख्याता है श्रेष्ठ कवि है, मगर इनकी कविताओं का कितने लोगों पर असर हुआ । हमारे प्रशासन तंत्र का तो ये आलम है कि
देश दुर्दशा का दयनीय दृश्य देख कर बोले दूसरी तरह का मानचित्र चाहिये जैसे दुर्गन्ध मेटने की असमर्थता में झेंप मेंटने को मित्र कहे इत्र चाहिये
। मै पहले बहुत ध्यान से प्रवचन सुनता था किन्तु निरंतर यह देखने में आरहा है कभी आपरेशन हरे राम कहीं कुछ तो मुझे अब सबकी सूरत एक जैसी नजर आने लगी है।सब व्यापारी । टेलीवीजन को आपनी टी आर पी से मतलब है और फूहड हास्य परोसने से फुरसत नहीं है ।आपने पोस्ट लिख कर जितने लोगो ने पढा, देखा उनको तो कुछ जाग्रत करने की कोशिश की है
इतने सटीक लिंक्स बताएं हैं आपने .सुन रही हूँ अभी.हालात चिंतनीय हैं सच.
आदरणीया रंजना जी
सादर सस्नेहाभिवादन !
आशा है , सपरिवार स्वस्थ-सानन्द हैं …
आपको पोस्ट बदले भी महीने भर से अधिक समय हो गया है … नेट-भ्रमण के दौरान कहीं आपके दर्शन भी नहीं हुए बहुत दिनों से … … …
ईश्वर से प्रार्थना है कि सब कुशल-मंगल हो … तथास्तु !
***************************
…इस देश का आम नागरिक स्वयं जब तक जागरुक नहीं हो जाता , किसी समस्या का हल नहीं निकलेगा … यह बात मोटी खाल वाला हर भ्रष्टाचारी जानता है … ।
बहुत निराशाजनक स्थिति है …
* श्रीरामनवमी की शुभकामनाएं ! *
- राजेन्द्र स्वर्णकार
बहुत सार्थक पोस्ट ....अच्छे लिंक दिये हैं देख रही हूं....धन्यवाद
न जाने कितने आयोजन, कितने प्रायोजन.
रंजना जी ,
काफी समय से आपने पोस्ट नहीं बदली , न कहीं ब्लाग्स पर ही आपसे भेंट हो सकी |
विश्वास है कि आप कहीं किसी शुभ कार्य में ही व्यस्त होंगी | आप और आप के पूरे परिवार
की मंगल कामना के साथ प्रतीक्षारत हूँ |
कृपया अन्ना जी को धन्यवाद पत्र लिखें प्रजा अधीन जन लोकपाल कलमें 15 अगस्त से पहले जन लोकपाल ड्राफ्ट में डालने के लिए वायदा करने के लिए, (पूरी जानकारी के लिए इस वेब साईट पर जाएँ ये हमारी जिमेदारी हे ) http://bharatyogi.blogspot.com/2011/04/15.html#comments
ranjana ji deri se aane ke liye maafi ..
aapka ye lekh padha , aur diye hue links bhi deke hai ..
main aapko dil se dhanyawad dena chahunga ..ki aapne ye links aur jaankari hame uplabd karwaayi ..
badhayi
मेरी नयी कविता " परायो के घर " पर आप का स्वागत है .
http://poemsofvijay.blogspot.com/2011/04/blog-post_24.html
"हम में अधिकतर लोग तब प्रार्थना करते हैं, जबकि हम किसी भयानक मुसीबत या समस्या में फंस जाते हैं| या जब हम या हमारा कोई किसी भयंकर बीमारी या मुसीबत या दुर्घटना से जूझ रहा होता है तो हमारे अन्तर्मन से स्वत: ही प्रार्थना निकलती हैं| क्या इसका मतलब यह है कि हमें प्रार्थना करने के लिये किसी मुसीबत या अनहोनी के घटित होने का इन्तजार करना चाहिए!"
"स्वस्थ, समृद्ध, सफल, शान्त और आनन्दमय जीवन हर किसी का नैसर्गिक (प्राकृतिक) एवं जन्मजात अधिकार है| आप इससे क्यों वंचित हैं?"
एक सही ‘‘वैज्ञानिक प्रार्थना’’ का चयन और उसका अनुसरण आपके सम्पूर्ण जीवन को बदलने में सक्षम है| जरूरत है तो बस इतनी सी कि आप एक सही और पहला कदम, सही दिशा में बढाने का साहस करें|
"सफल और परिणाम दायी अर्थात ‘‘वैज्ञानिक प्रार्थना’’ का नाम ही- "कारगर प्रार्थना" है! जिसका किसी धर्म या सम्प्रदाय से कोई सम्बन्ध नहीं है| यह प्रार्थना तो जीवन की भलाई और जीवन के उत्थान के लिये है| किसी भी धर्म में इसकी मनाही नहीं है|"
वहा वहा क्या कहे आपके हर शब्द के बारे में जितनी आपकी तरी की जाये उतनी कम होगी
आप मेरे ब्लॉग पे पधारे इस के लिए बहुत बहुत धन्यवाद अपने अपना कीमती वक़्त मेरे लिए निकला इस के लिए आपको बहुत बहुत धन्वाद देना चाहुगा में आपको
बस शिकायत है तो १ की आप अभी तक मेरे ब्लॉग में सम्लित नहीं हुए और नहीं आपका मुझे सहयोग प्राप्त हुआ है जिसका मैं हक दर था
अब मैं आशा करता हु की आगे मुझे आप शिकायत का मोका नहीं देगे
आपका मित्र दिनेश पारीक
वहा वहा क्या कहे आपके हर शब्द के बारे में जितनी आपकी तरी की जाये उतनी कम होगी
आप मेरे ब्लॉग पे पधारे इस के लिए बहुत बहुत धन्यवाद अपने अपना कीमती वक़्त मेरे लिए निकला इस के लिए आपको बहुत बहुत धन्वाद देना चाहुगा में आपको
बस शिकायत है तो १ की आप अभी तक मेरे ब्लॉग में सम्लित नहीं हुए और नहीं आपका मुझे सहयोग प्राप्त हुआ है जिसका मैं हक दर था
अब मैं आशा करता हु की आगे मुझे आप शिकायत का मोका नहीं देगे
आपका मित्र दिनेश पारीक
"बेहतरीन" पोस्ट लिंक भी कमाल के हैं.
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